परिचय :----
सेवा भारती वैसे तो किसी परिचय का मोहताज़ नहीं है फिर भी बहुत से मित्र होंगें जिनका इससे कभी परिचय नहीं हुआ है तो उनके लिए इतना ही कहना है कि सेवा भारती राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा चालित एक प्रकल्प है। यह मुख्यत: वनवासी क्षेत्रों में कार्य करता है।
शुभारम्भ :---
सबसे पहला प्रकल्प 1978 में शुरू किया गया दिल्ली में ही ,फिर इसका विस्तार दिल्ली के साथ साथ सभी राज्यों में किया गया |अब पूरे देश में इसके लगभग एक लाख से ज्यादा केंद्र कार्यरत हैं |
मुख्य कार्य :--- इसके मुख्य कार्य शिक्षा, संस्कार, सामाजिक जागरूकता, धर्म-परिवर्तन से वनवासियों की रक्षा आदि हैं | इसमें मुख्यता बाल संस्कार , महिलाओं के लिए सौन्दर्य प्रसाधन की शिक्षा ,सिलाई की शिक्षा एवं कंप्यूटर की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है | बाल संस्कार केंद्र छोटे बच्चों को शिक्षित कर संस्कारित कर समाज में बेहतर जीवन जीने की शिक्षा देते हैं जिसका शुल्क मात्र 20रुपये लिया जाता है ताकि बच्चा नियमित स्कूल आए नाकि इससे केंद्र का खर्चा पूरा हो | इसी तरह सिलाई का शुल्क सिर्फ 50 रुपये और कंप्यूटर का 200 रुपये है |इन प्रकल्पों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को बेटिओं को संस्कारित करना है और उनके माता पिता से मेलझोल बढ़ा कर उनको भी इसका हिस्सा बनाना हैं जिसकी एक झलक मैं आप तक पहुंचाती हूँ ....
मेरा परिचय सेवा भारती दिल्ली से 1989 में हुआ इनके मुख्य कार्यालय झंडेवाला में भी काफी आना जाना रहा क्योंकि सामाजिक कार्यों में मेरी शुरू से ही काफी रूचि रही है इसलिए मैं अपने स्कूल में भी गरीब छात्रों की मदद करती रही | फिर शादी के बाद व्यस्तताएं बढ़ गईं इसलिए इनसे सम्पर्क नहीं रहा | अब कुछ महीने पहले ही मेरा दोबारा से इससे संपर्क हुआ उत्तम नगर के ही एक केंद्र पर जो बस्ती में चलाया जाता है |मैंने पीछे तीज का त्यौहार भी वहीँ सब शिक्षकाओं एवं बस्ती की महिलाओं के साथ मनाया |
जैसा कि 10 तारिख को मानधन दिवस होता है तो पास के सभी केन्द्रों की शिक्षकाएं यहीं इक्कठा होती हैं ,इस बार का अनुभव कुछ ख़ास रहा पहले बाहर से ही आपको एक पंक्ति में लगे चप्पल बताते हैं यहाँ जो संस्कार दिए जाते हैं उनको निभाया भी जाता है ,फिर महापुरुषों की तस्वीरें आप में एक नया जोश भर देती हैं | इस बार सुहास राव जोकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय सेवा प्रमुख हैं और राम कुमार जी दिल्ली प्रदेश के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मंत्री उनके साथ समय व्यतीत करने का अवसर मिला |सुहास राव जी ने सबके परिचय के बाद शिक्षिकाओं से ख़ास तौर पर यह पूछा कि आप जिन बच्चों को पढ़ाते हो उनमें क्या परिवर्तन पाते हो और उनके माता पिता से आपका बराबर संपर्क रहता है तो शिक्षकाओं ने जो जवाब दिए उनसे कोई भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता | एक और नया प्रयास जो राष्ट्र सेवक संघ में तो बहुत पुराना है वोह यहाँ पर किया गया ,सहभोज का |
सहभोज :---
जिसमें की सभी शिक्षक और निरीक्षक जो भी खाना लाए थे वो सब एक जगह रख दिया गया और फिर सबको वोही भोजन बाँट दिया गया जिसमें भांति भांति के पकवान सबके साथ मिलकर खाने में एक अलग ही आनंद आया |सेवा भारती वाकई में बच्चों को संस्कारित करने में अहम् भूमिका निभा रही है |कुछ झलकियाँ आप तक पहुंचाती हूँ .....
सेवा भारती वैसे तो किसी परिचय का मोहताज़ नहीं है फिर भी बहुत से मित्र होंगें जिनका इससे कभी परिचय नहीं हुआ है तो उनके लिए इतना ही कहना है कि सेवा भारती राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा चालित एक प्रकल्प है। यह मुख्यत: वनवासी क्षेत्रों में कार्य करता है।
शुभारम्भ :---
सबसे पहला प्रकल्प 1978 में शुरू किया गया दिल्ली में ही ,फिर इसका विस्तार दिल्ली के साथ साथ सभी राज्यों में किया गया |अब पूरे देश में इसके लगभग एक लाख से ज्यादा केंद्र कार्यरत हैं |
मुख्य कार्य :--- इसके मुख्य कार्य शिक्षा, संस्कार, सामाजिक जागरूकता, धर्म-परिवर्तन से वनवासियों की रक्षा आदि हैं | इसमें मुख्यता बाल संस्कार , महिलाओं के लिए सौन्दर्य प्रसाधन की शिक्षा ,सिलाई की शिक्षा एवं कंप्यूटर की शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है | बाल संस्कार केंद्र छोटे बच्चों को शिक्षित कर संस्कारित कर समाज में बेहतर जीवन जीने की शिक्षा देते हैं जिसका शुल्क मात्र 20रुपये लिया जाता है ताकि बच्चा नियमित स्कूल आए नाकि इससे केंद्र का खर्चा पूरा हो | इसी तरह सिलाई का शुल्क सिर्फ 50 रुपये और कंप्यूटर का 200 रुपये है |इन प्रकल्पों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को बेटिओं को संस्कारित करना है और उनके माता पिता से मेलझोल बढ़ा कर उनको भी इसका हिस्सा बनाना हैं जिसकी एक झलक मैं आप तक पहुंचाती हूँ ....
मेरा परिचय सेवा भारती दिल्ली से 1989 में हुआ इनके मुख्य कार्यालय झंडेवाला में भी काफी आना जाना रहा क्योंकि सामाजिक कार्यों में मेरी शुरू से ही काफी रूचि रही है इसलिए मैं अपने स्कूल में भी गरीब छात्रों की मदद करती रही | फिर शादी के बाद व्यस्तताएं बढ़ गईं इसलिए इनसे सम्पर्क नहीं रहा | अब कुछ महीने पहले ही मेरा दोबारा से इससे संपर्क हुआ उत्तम नगर के ही एक केंद्र पर जो बस्ती में चलाया जाता है |मैंने पीछे तीज का त्यौहार भी वहीँ सब शिक्षकाओं एवं बस्ती की महिलाओं के साथ मनाया |
जैसा कि 10 तारिख को मानधन दिवस होता है तो पास के सभी केन्द्रों की शिक्षकाएं यहीं इक्कठा होती हैं ,इस बार का अनुभव कुछ ख़ास रहा पहले बाहर से ही आपको एक पंक्ति में लगे चप्पल बताते हैं यहाँ जो संस्कार दिए जाते हैं उनको निभाया भी जाता है ,फिर महापुरुषों की तस्वीरें आप में एक नया जोश भर देती हैं | इस बार सुहास राव जोकि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय सेवा प्रमुख हैं और राम कुमार जी दिल्ली प्रदेश के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मंत्री उनके साथ समय व्यतीत करने का अवसर मिला |सुहास राव जी ने सबके परिचय के बाद शिक्षिकाओं से ख़ास तौर पर यह पूछा कि आप जिन बच्चों को पढ़ाते हो उनमें क्या परिवर्तन पाते हो और उनके माता पिता से आपका बराबर संपर्क रहता है तो शिक्षकाओं ने जो जवाब दिए उनसे कोई भी प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकता | एक और नया प्रयास जो राष्ट्र सेवक संघ में तो बहुत पुराना है वोह यहाँ पर किया गया ,सहभोज का |
सहभोज :---
जिसमें की सभी शिक्षक और निरीक्षक जो भी खाना लाए थे वो सब एक जगह रख दिया गया और फिर सबको वोही भोजन बाँट दिया गया जिसमें भांति भांति के पकवान सबके साथ मिलकर खाने में एक अलग ही आनंद आया |सेवा भारती वाकई में बच्चों को संस्कारित करने में अहम् भूमिका निभा रही है |कुछ झलकियाँ आप तक पहुंचाती हूँ .....
सुहास राव जी
सुहास राव जी ,राम कुमार जी
सहभोज करते हुए सभी
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बहुत ही उत्तम कार्य,नर सेवा नारायण सेवा
जवाब देंहटाएंसर मै ऐक गरीब लड़का हूँ मेरे पास अपनी शादी के लिए पैसे नही है मेरे पिता जी भी नही है इस दुनिया मे बस मेरी माँ है जो दिमागी तौर पर ठीक नही है मुझे शादी करनी है मेरा फोन नंबर 8076101904
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