दिनांक : 8 दिसम्बर 2014
दिवस : रविवार
भाषा सहोदरी हिंदी द्वारा आयोजित साहित्यिक परिचर्चा और काव्य गोष्ठी का कार्यक्रम तिवारी भवन में रखा गया था | यह कार्यक्रम 4 बजे शुरू होना था और लगभग सभी गणमान्य अतिथि 4.30 बजे तक पहुँच गए थे | श्री जयकांत मिश्र जी संयोजक ,सखी सिंह,नीलपरी और सुमित के अथक प्रयास से यह कार्यक्रम सार्थक हुआ |
मंच संचालन का कार्यभार संभाला श्री शिव कुमार बिलग्रामी जी ने,अध्यक्षता की श्री सर्वेश चंदौसवी जी ने और वरिष्ठ पत्रकार श्री राहुल जी ,पत्रकार अवधेश कुमार जी ,डॉ.कुँवर बेचैन जी ,श्री श्याम रूद्र पाठक जी ,श्री अश्वनी चौबे जी ने इस कार्यक्रम में चार चाँद लगाये अपने बहुमूल्य वक्तव्यों से |
सबने अपने अपने अनुभवी सुझाव सबको बताये किस तरह से हिंदी के उत्थान को एक सार्थक दिशा प्रधान की जाये |
परिचर्चा काफी लम्बी चली और फिर सम्मान का कार्यक्रम शुरू हुआ
श्री सर्वेश जी को उनकी 14 पुस्तकों के लिए एक साथ प्रकाशित होने पर बधाई दी गई
श्री लक्ष्मण राव जी को एक चाय वाला होते हुए हिंदी के प्रति उनके प्रेम का सच सामने आया जब उनको सम्मानित किया गया और बताया गया की जब वो यहाँ आये तो केवल दसवीं पास थे और अब वो एम ए की पढाई कर रहे हैं और अभी भी हिंदी भवन के सामने चाय बेचते हैं उनकी 24 पुस्तकें छप चुकी हैं
आदरणीय अश्वनी चौबे जी का हिंदी प्रेम देखकर गदगद हो गई उनको कहीं और से बुलावा आने के बावजूद वो इस कार्यक्रम को छोड़ कर नही जा सके
इसके बाद सर्वेश जी ने गजल गीत गाये |
फिर डॉ कुंवर नेचैन जी ने भी एक गीत गाया |
इसके बाद नवोदित कलकारों को भी समय दिया गया ताकि वो भी अपना कविता पाठ कर सकें | कार्यक्रम की कुछ और झलकियाँ .....
रिपोर्ट ...सरिता भाटिया
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