मंगलवार, 9 मई 2017

बेटी बचाओ ,बेटी पढाओ { चित्रकला प्रतियोगिता }

6 मार्च 2016, नई दिल्ली
समाज-सेविका, कवयित्री सरिता भाटिया ने दिया समाज को सुंदर संदेश...
सामाजिक सेवा को समर्पित संस्था यश सेवा समिति की अध्यक्षा सु श्री सरिता भाटिया ने अपने जन्मदिन पर समाज को बहुत ही सुंदर संदेश दिया।
उन्होंने अपना जन्मदिन घर या होटल में नहीं बल्कि तिहाड़ जेल परिसर में 'निर्मल छाया' के बच्चों के साथ मना कर इस वंचित वर्ग के जीवन को स्नेह और मिठास से भर दिया।
निर्मल छाया के सुपरिटेंडेंट श्री दिनेश सिंह और कल्याण अधिकारी सु श्री प्रीति जी की देखरेख में 3 से 4 बजे तक चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई। चित्रकला प्रतियोगिता दो वर्गों में 7 से 14 वर्ष के बाल-निकेतन और 14 वर्ष से 18 वर्ष की बालिका-गृह की लड़कियों के लिए आयोजित की गई ।
प्रख्यात चित्रकार अश्विनी कुमार 'पृथ्वीवासी' ने चित्रकला प्रतियोगिता में दोनों वर्गों में प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार के साथ तीन-तीन सांत्वना पुरस्कार भी दिए जिससे बच्चों में रचनात्मकता का विकास हो, उनका उत्साहवर्धन हो। पृथ्वीवासी जी ने बच्चों को चित्रकला के गुर भी सिखाए।
इस पुनीत कार्य में उनके सुपुत्र
हर्ष भाटिया, अभिषेक भाटिया, उनकी बहन राजेश्वरी भाटिया, परवीन कुमार जी और समृद्धि का स्नेहिल सहयोग रहा ।
विजेताओं को पुरस्कृत करने के बाद सभी बच्चों को जलपान के साथ बाँटा भरपूर स्नेह।
इस नेक कार्य में लोकप्रिय लेखिका सु श्री सुशीला शिवराण और सु श्री सुषमा भंडारी ने भी उनको भरपूर सहयोग दिया। सभी ने बच्चों से बहुत ही आत्मीयता से बात-चीत की।
बच्चों ने भी ख़ूब जोश के साथ "हैप्पी बर्थडे" गाना गा कर स्नेहिल सरिता मैम के जन्मदिन को अविस्मरणीय बना दिया।
सुपरिटेंडेंट श्री दिनेश सिंह ने भी इस अवसर पर बच्चों को अपने अभिभाषण से परिश्रम के द्वारा सफ्लता पाने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया। कवयित्री सुशीला शिवराण ने इस दोहे के साथ बच्चों को विस्तृत आकाश के स्वपन देखने को प्रोत्साहित किया -
मुट्ठी भर दो हौंसला, देखो फिर परवाज़।
कदम चूम मंज़िल कहे, बच्चो तुम पर नाज़।।
       












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