शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2014

सेवा भारती भजन प्रतियोगिता

7 फरवरी शुक्रवार का दिन निश्चित हुआ था ....दिल्ली प्रान्त में सेवा भारती की सभी मंडलियों की अंतिम भजन प्रतियोगिता का |
आज की प्रतियोगिता झंडेवालान मंदिर में होनी थी ...वहाँ पहुँचने का समय था 1 बजे ...
हमने उत्तम नगर से मेट्रो ली वहीँ पूरी मंडली से मुलाकात हो गई ,झंडेवालान मेट्रो स्टेशन पहुंचकर अगर आप पैदल जाना चाहते हैं तो आप 15 मिनट में पहुँच जायेंगे नहीं तो आप बैटरी रिक्शा लेकर पहुँच सकते हैं | हम 1.25 पर मंदिर में पहुँच गए थे कुछ मंडलियाँ आ चुकी थी कुछ अभी आ रही थी | एक कार्यकर्ता भजन गा रही थी क्योंकि अभी प्रतियोगिता शुरू होने में थोड़ा समय था इसलिए कुछ बहनों द्वारा भजन बोले जा रहे थे |
लगभग 2 बजे भजन प्रतियोगिता शुरू हुई क्योंकि तीनों जज आ चुके थे उनमें एक श्रीमती रेनू पाठक थीं जो कि अखिल भारतीय सेवा भारती का कार्यभार संभालती हैं बाकी दो जज दिल्ली के ही थे |
कुल 12 मण्डलियो की प्रतियोगिता थी ,हर विभाग से दो दो चयनित मंडलियाँ वहाँ पधारी थीं .....
दिल्ली प्रान्त के छह विभाग निम्नलिखित हैं .....
1.झंडेवालान विभाग 
2.यमुना विहार विभाग 
3.पूर्वी विभाग 
4.पश्चिमी विभाग
5.उत्तरी विभाग 
6.दक्षिणी विभाग 
सभी मंडलियाँ अपनी एक जैसी ड्रेस में सजी हुई ...पंक्तिओं में बैठी थीं ......
झंडेवालान मंदिर के सामने ही सेवाभारती की झंडेवालान शाखा का कार्यलय है |झंडेवालान मंदिर में रात को कोई जागरण होना था इसलिए काफी ऊँची स्टेज बनाई गई थी जिसका इस्तेमाल करने के लिए सेवाभारती को अनुमति मिल गई थी ... दोनों साइड में कुर्सियां रखी गई थी जिसपर निरिक्षिकाएं ,अतिथिगण एवं महिला मंडल के सदस्य विराजमान थे | 
सबसे पहले दीप प्रज्वलित किया गया कुछ मुख्य अतिथिओं द्वारा फिर शुरू हुआ रंगारंग कार्यक्रम ......
सब मंडलियो ने बारी बारी एक एक भजन गाया बहुत ही शालीनता के साथ एक मंडली इंतज़ार में खड़ी रहती तब तक उन सब को मंदिर की तरफ से भेट स्वरुप माता के आशीर्वाद के रूप में एक एक चुन्नी दी जाती और एक मंडली अपना भजन प्रस्तुत करती | इसी तरह बारी बारी भजन प्रस्तुत हो रहे थे | सब मंडलियो ने बारी बारी एक एक भजन गाया जिसे सुनते सुनते 3.30 हो चुके थे | ....
उसके बाद तीनों जज अपना परिणाम तैयार करने में लग गए ,तब तक कुछ बहनों ने भजन गाए | रेणुका पाठक जी ने सभी बहनों को कुछ चुनाव प्रक्रिया के बारे में बताया और अपना वोट बनवाने की प्रक्रिया समझाई | तब तक परिणाम तैयार हो चुका था .....
परिणाम रेनू पाठक जी द्वारा घोषित किया गया जिसमें प्रथम और तृतीय स्थान झंडेवालान विभाग को मिला और द्वितीय स्थान यमुना विहार विभाग को मिला | प्रथम स्थान वालों को एक एक बड़ी कडाही ,द्वितीय स्थान वालों को एक एक साड़ी और तृतीय स्थान वालों को स्टील के डिब्बे दिए गए बाकी के सभी प्रतिभागीओं को एक एक चूड़ियाँ रखने का डिब्बा मिला | 
इसके बाद बाकी श्रदालुओं से अलग दो पंक्तिओं में ले जाकर सभी को मंदिर में दर्शन कराये गए ...उसके बाद हलवा चने और चाय वगेरह दी गई ...जिसके बाद सब अपने अपने गंतव्य की तरफ चल पड़े |
वहाँ की कुछ तस्वीरें आप तक पहुँचाती हूँ.....












                                        रिपोर्टर :--- सरिता भाटिया 


बुधवार, 5 फ़रवरी 2014

सेवा भारती में बसन्त उत्सव

बसंत पंचमी का दिन इस बार मेरे लिए बहुत आनंद्नीय रहा | सेवा भारती जोकि एक संस्कारी संस्था है जो बस्तिओं में बच्चों के चरित्र निर्माण के इलावा महिलाओं में भी आत्मविश्वास पैदा करती है | इसमें बसंत उत्सव एक अलग तरीके से मनाया गया | कल सुबह 11 बजे रघुबीर नगर में सेवा भारती के केंद्र पर पहुंचना था | मैं ठीक समय पर वहाँ पहुँच गई थी | उसमें अन्दर प्रवेश करते ही जैसा की एक अपनापन सा नज़र आने लगा | ऊपर काफी बड़ा हाल था जिसमें प्रोग्राम होना था | उसके बाहर सबने पंक्तिओं में चप्पल जूते निकाल दिए थे | अन्दर प्रवेश करते ही सारा आलम रंगीन नज़र आने लगा जैसे इन्द्र धनुषी छटा बिखेर दी गई हो | सब महिलायें इन्द्रधनुषी नज़र आ रही थी | 
यहाँ बसंत उत्सव पर भजन प्रतियोगिता का कार्यक्रम रखा गया था | जिसमें 6 जिलों की महिलाएं भाग लेने पहुँची थीं | नजफगढ़ ,उत्तमनगर ,सुभाष नगर , जनकपुरी , द्वारका ,तिलकनगर 6 जिले इसमें आए थे |यह एक विभाग का कार्यक्रम था |  
हर जिले से दो दो टीम आई थीं सबका अपना एक ड्रेस कोड था | सभी बहुत ही व्यवस्थित रूप से कमरे में बिछी दरिओं पर बैठी थी | हम सब निरीक्षिकायें और जज कुर्सिओं पर बैठे थे | सामने माँ सरस्वती की प्रतिमा रखी गई थी | महिलाएँ क्योंकि सुबह से निकली थी दूर दूर से इसमें भाग लेने के लिए इसलिए आते ही उनको हल्का फुल्का चाय नाश्ता दिया गया था | कुछ जज समय पर नहीं पहुँच पाए थे इसलिए उनका इंतज़ार किया जा रहा था क्योंकि उनकी कोशिश थी जो जज हों वो दूसरे विभाग से ही हों तो बहुत अच्छा रहेगा | 
                    उतनी देर सब भाग लेने वाली मंडलिओ को एक भजन का एक एक अंतरा बोलने के लिए कहा गया अपने अपने वाद्दय के साथ | बहुत ही सुन्दर भजन सुनने को मिले | सबको उनकी कमिओं के बारे में बताया गया | इतना सब होने में 12.25 हो चुके थे तब तक जज भी पहुँच चुके थे |  
           अब शुरू हुई सुबह से परीक्षित भजन प्रतियोगिता | सबसे पहले उसके कुछ नियम उन सबको समझाए गए जो निम्नलिखित हैं .....
1. कोई भी फ़िल्मी भजन या फ़िल्मी धुन पर भजन नहीं होना चाहिए |
2. भजन 5 से 7 मिनट के बीच ख़त्म हो जाना चाहिए |
3. भजन सब अपनी ढोलक और कोई भी एक और वाद्द्य यंत्र के साथ गया जाना चाहिए |
एक विडियो गणेश वंदना से शुरू करते हुए :--



             प्रतियोगिता शुरू करने से पहले सभी जज द्वारा  दीप प्रज्वलित किया गया | अब एक अध्यापिका ने संभाला माइक और गणेश वंदना गाई उसके बाद एक एक मंडली को बड़े सलीके से स्टेज पर बुलाया गया और उनका भजन सुना गया | एक अध्यापिका समय का ध्यान रख रही थी बाकी सब उनको उत्साहित करने के लिए भजन ख़तम होते ही ताली बजवाते और फिर दूसरी मंडली के सदस्यों को आमंत्रित किया जाता स्टेज पर | जब सब मंडलियाँ गा चुकी तो परिणाम घोषित करने से पहले एक जज ने आकर उनको समझाया कि किस प्रकार से नंबर दिए गए हैं जैसे कि ड्रेस कोड के 2 नंबर बताये गए थे फ़िल्मी धुन पर नंबर काटे गए थे या किसी  का भजन सरल भाषा में नहीं था तो उसके भी नंबर काटे गए थे ,कोई मंडली में अगर सारे लोग नहीं गा रहे थे , लय में नहीं गा रहे थे तो उनके नम्बर काटे गए थे |
                    इसके बाद परिणाम घोषित किया गया जिसमें हमारी उत्तमनगर की एक मंडली को प्रथम और तिलकनगर जिले की एक मंडली को द्वितीय घोषित किया गया | मंडली के सभी सदस्यों एवं बाकी सब मंडलियो को भी एक एक बेडशीट उपहार स्वरुप दी गई थी | अब दो चुनी हुई मंडलियाँ अपने भजन लेकर फाइनल में झंडेवालान मंदिर में प्रतियोगिता में शामिल होंगीं |
           सब इसके बाद जाने के लिए नीचे आ गए यहाँ बड़े व्यवस्थित तरीके से सबको बासंती चावल और नमकीन चावल दिए गए जिसे लेकर सब मधुर यादों संग वापिसी के लिए चल दिए |
वहाँ की कुछ तस्वीरें आप तक पहुंचाती हूँ ....














                                                        रिपोर्टर :--- सरिता भाटिया